जालंधर (पंजाब जागरण):पंजाब में खाद्य पदार्थों में मिलावट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, और इस पर गंभीर चिंता जताई जा रही है। हाल ही में जारी FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) की रिपोर्ट के अनुसार, 2024-25 में सितंबर तक 22% खाद्य पदार्थों के सैंपल फेल हुए हैं। यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा है, जब 15.38% सैंपल फेल हुए थे।
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि इस वर्ष दूध से बने उत्पादों में मिलावट की दर सबसे अधिक है। FSSAI द्वारा सितंबर तक पंजाब में 1628 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 358 सैंपल मिलावटी पाए गए। यह दर्शाता है कि राज्य में मिलावटखोरी के मामलों में निरंतर वृद्धि हो रही है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है। आमतौर पर त्योहारों के सीजन में मिलावट बढ़ जाती है, लेकिन इस बार यह समस्या पूरे वर्ष भर जारी है।
FSSAI ने मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने के लिए सैंपलिंग बढ़ाने का निर्णय लिया है, ताकि ऐसे मामलों पर काबू पाया जा सके और जनता को सुरक्षित खाद्य पदार्थ मुहैया कराए जा सकें।