पंजाब में ट्रैवल एजेंटों द्वारा मानव तस्करी के जरिए लड़कियों को अरब देशों में भेजने का नया रूट सामने आया है। अब ये एजेंट दिल्ली के बजाय मुंबई के रास्ते लड़कियों को अरब देशों में ले जा रहे हैं। हाल ही में, इराक और मस्कट से लौटी सात लड़कियों में से दो ने सुल्तानपुर लोधी में राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से मिलकर अपनी दर्दनाक आपबीती साझा की।
मानसिक और शारीरिक शोषण का शिकार
पीड़ित लड़कियों ने बताया कि अरब देशों में उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। मोगा जिले की एक लड़की ने खुलासा किया कि एजेंट इमरान ने न केवल उसे बल्कि अन्य लड़कियों को भी धोखे से वहां बुलाया और उनके साथ मारपीट की। उन्होंने बताया कि एजेंट लड़कियों को गलत कामों में धकेलते हैं और उन्हें वापस भेजने के बदले मोटी रकम मांगते हैं।
संत सीचेवाल की पहल
संत सीचेवाल ने लड़कियों की पीड़ा सुनने के बाद मोगा और बरनाला जिलों के पुलिस प्रमुखों को ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास का भी धन्यवाद किया, जिनके सहयोग से लड़कियां वापस लौट सकीं। सीचेवाल ने कहा कि जब तक एजेंटों के खिलाफ कठोर कदम नहीं उठाए जाते, तब तक यह अवैध कारोबार बंद नहीं होगा।
पीड़ित लड़कियों की अपील
लड़कियों ने भारतीय महिलाओं से अरब देशों में जाने से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि विजिटर वीजा के बहाने वहां बुलाकर उन्हें बेच दिया जाता है। वहां उनकी सुरक्षा और इज्जत हमेशा खतरे में रहती है।
यह मामला पंजाब में मानव तस्करी के बढ़ते खतरों को उजागर करता है। प्रशासन और समाज को इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।